बुन्याद


हिन्दुस्तान के सिलिकॉन वेली, यानि कि बंगलोर, से लौटने के कुछ दिन बाद, एक दूसरे शहर से मुझे मेरे एक दोस्त ने फ़ोन कॉल किया। उसे गूगल कैश के बारे में जानकारी चाहिए थी और वह जानना चाहता था कि उससे पैसे कैसे कमाए जाते हैं। उसे ब्लोग्स के बारे में भी जानकारी चाहिए थी।


सच कहता हूँ कि मैं गूगल कैश के बारे में पहली बार सुन रहा था। मुझे अद्सेंसे और ब्लोग्स के बारे में काफ़ी जानकारी थी। में जानता हूँ कि पैसे कैसे कमाए जाते हैं अदसेंस के विज्ञापनों को अपने वेबसाइट्स ओर ब्लोग्स पर प्रदर्शित करने से। मैं अमजों और अफ्फिलियेट्स के बारे में भी बरसों से जानता था। लेकिन, गूगल कैश के बारे में कभी कुछ नहीं सुना था।

मेरे इस दोस्त को ब्लोग्स के बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नही थी। उसे अदसेंस के बारे में तो कुछ भी पता नही था। उसने मुझसे कहा कि गूगल कैश से पैसे कमाए जा सकते हैं। लेकिन कैसे, उसे पता नही था। इसलिए वह मेरी मदद चाहता था।

में ने उस से कहा कि गूगल कैश शायद एक तरह की शब्दावली है जो अदसेंस के विज्ञापनों को वेबसाइट्स और ब्लोग्स पर प्रदर्शित करके पैसे कमाए जाने को कहा जाता है। मैं ने उसे समझाया कि गूगल कैश से पैसे नही कमाए जा सकते हैं। लेकिन, अदसेंस के विज्ञापनों को अपने वेबसाइट्स और ब्लोग्स पर प्रदर्शित करके कमाए जा सकते हैं। मैं ने उसे कुछ वेबसाइट्स ओर ब्लोग्स देखने के लिए कहाँ जिन में "Ads by Google" हो ताकि उसे पता चले कि वास्तव में यह क्या चीज़ है। ओर, उससे मैं ने यह भी कहा कि अगले दिन वह ऑनलाइन आकर मुझसे बात करे ताकि मैं उसे हर चीज़ विस्तृत रूप से समझा सकूँ। लेकिन, वह नही आया।

कुछ दिन बात मैं ने उसे कॉल किया और पूछा। उसने गूगल कैश से पैसे कमाने का पुरा विचार बदल दिया था। शायद एक छोटे शहर से होना के ख़याल से उसने इस काम को बहुत मुश्किल महसूस किया होगा।

इस घटना ने मुझे सोच में दाल दिया कि किस तरह लोग आसानी से पैसा कमाना चाहते है, लेकिन हार जाते है जब उन्हें यह अहसास होता है कि इतना आसान नही पैसा कमाना। क्रिस कारपेंटर के ख़याल में शायद यह छोटे शहर का आम आदमीं नही होगा जब उन्होंने गूगल कैश लिखा था। इसलिए ये ब्लॉग उन सारे छोटे शहरों के छोटे लोगों को बहुत ही आसान तरीके से समझायेगा कि कैसे आसानी से पैसा कमाया जा सकता है। तो फिर इस ब्लॉग को देखते रहिये और सबको अमीर बनाये चाहे मशहूर नही।

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ब्लॉगर का खाता

काफी बात-चीत के बाद आख़िर आज हम ब्लॉग करने को तैयार है। तो अपने कंप्यूटर और मॉडेम चालू कीजिये, इंटरनेट एक्सप्लोरर खोलें और उसमे निम्लिखित पते को लिखें https://blogger.com/start और अपने कीबोर्ड पर Enter दबाऐं ।

ब्लॉगर का पेज खुलता है

https://www.blogger.com/start

१. इस बटन को अपने माउस के बाऐं बटन से दबाऐं।





"Create a Google Account" का पेज खुलता है

Google's Goose-Create Account२. अपने ई-मेल पते को ई-मेल के खाने में लिखिए।

३. एक अच्छा सा पासवर्ड दाखिल कीजिये जो आपके ई-मेल के पासवर्ड से अलग भी हो सकता है।

४. जिस लेखक के नाम से आप अपना लेख प्रकाशित करना चाहते हो, वह नाम दाखिल करें।

५. शब्द पुष्टिकरण (वर्ड वेरिफिकेशन) के अक्षर जैसे दिए गए हैं उसी तरह दाखिल करें – बड़े तो बड़े, छोटे तो छोटे।

६. I Accept the Terms of Service के आगे एक छोटे से खाने में क्लिक कीजिये।

७. Continue के बटन को क्लिक कीजिये।


"Name your Blog" का पेज खुलता है।

Google's Goose-Name Your Blog८. अपने ब्लॉग का नाम ( शीर्षक ) दाखिल करें।

९. जो नाम आप अपने ब्लॉग के पते के लिए प्रयोग करना चाहते हैं, उसे दाखिल करें। यह पता आपके ब्लॉग के शीर्षक का जो नाम है वह भी हो सकता है, लेकिन उपलब्ध होना चाहिए। इसलिए, ब्लॉग का पता दाखिल करने के बाद , उपलब्धता की जांच करें कि क्या यह पता उपलब्ध है या नहीं । यदि यह उपलब्ध है , तो आगे चरण ११ पर जाऐं। यदि यह उपलब्ध नहीं है, तो नया नाम दाखिल करके दोबारा जांच करें।

१०. Continue को क्लिक करें।

"Choose a Template" का पेज खुलता है

Google's Goose-Choose Template
११. जो डिज़ाइन आपको अपने ब्लॉग के लिए चाहिए उसे चुनने के लिए उसके आगे दिए हुए गोल बटन पर क्लिक करें।

१२. Continue को क्लिक करें।






Google's Goose-Congrats
१३. बधाई हो! आपका ब्लॉग तैयार हो गया।

१४. अब एक दूसरा इंटरनेट एक्सप्लोरर का पेज खोलें।


१५. जिस ई-मेल से आपने अपने ब्लॉग को रजिस्टर किया, उसको खोलें।

Google's Goose-Inbox
१६. गूगल के द्वारा भेजे गए पत्र को खोलें।






Goolge's Goose-Mail
१७. इस पत्र में दिए गए कड़ी (link) को क्लिक करके अपने ब्लॉग को सक्रिय कीजिये।

१८.अपने ब्लॉग पर लौटे और के बटन को दबाएँ।





Google's Goose-Post१९. यह संपादन पृष्ठ है। जो भी आप प्रकाशित करना चाहते हैं उसे यहाँ लिखें।

२०.अपने लेख को लिखने के बाद, Publish Post के बटन को दबाऐं अपने लेख को प्रकाशित करने के लिए।

२१. अगर आप बाद में लिखना और प्रकाशित करना चाहते हो तो दाएँ ओर के ऊपरी कोने में Sign-Out को क्लिक करें अपना काम अंत करने के लिए।


शुभ ब्लॉगिंग !




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ब्लॉग कीजिये !

जैसे कि पहले कहा गया था कि आप के पास कुछ होना चाहिए जिसे बेचकर आप पैसे कमा सकते हैं। वह कुछ कोई चीज़ हो सकती है या फिर आपकी मजदूरी। और, वह कोई चीज़ स्थान भी हो सकता है अखबारों में, वेबसाइट्स पर या ब्लोग्स में। वेबसाइट्स या ब्लोग्स पर विज्ञापनों को प्रर्दशित करने के लिए स्थान बेचकर पैसे कमाए जाते हैं। लेकिन, स्थान बेचने से पहले, आप के पास स्थान होना चाहिए। या तो वेबसाइट होना चाहिए या ब्लॉग।

ब्लॉग दो शब्दों को जोड़कर बना है। यह एक तरह का वेबसाइट है लेकिन कुछ कमियों के साथ। यूँ समझे कि एक किराए का मकान है न की ख़ुद का मकान। ब्लॉग शब्द जिन दो अंग्रेज़ी शब्दों को जोड़कर बना है वह दो शब्द "वेब" और "लॉग" हैं, याने कि “ब्लॉग ” शब्द "वेब लॉग" का संक्षिप्त है। "वेब" आमतौर पर इन्टरनेट माना जाता है और "लॉग" का माने होता है हिसाब किताब। यह हिसाब किताब सिर्फ़ रुपयों-पैसों की ही नही हो सकती है, बल्कि किसी भी चीज़ का हिसाब रखने वाली किताब भी हो सकती है। यूँ कहा जा सकता है कि ब्लॉग एक डायरी है - एक "इलेक्ट्रॉनिक डायरी" ।

अगर आप डायरी लिखते हो तो इस "इलेक्ट्रॉनिक डायरी" में लिखना मुश्किल नही होगा। इस इन्टरनेट की "इलेक्ट्रॉनिक डायरी" और कागज़ की डायरी में सिर्फ़ इतना ही फर्क है कि कागज़ की डायरी को आप लोगों की नज़रों से छुपा सकते है लेकिन यह "इलेक्ट्रॉनिक डायरी", जिसे ब्लॉग कहते हैं, सारी दुनिया पढ़ सकती है और टिप्पणी भी कर सकती है। बस इसी का नाम ब्लॉग है जिसके नशे में सारी दुनिया डूबी है ।

आपका ब्लॉग आपकी व्यक्तिगत डायरी की तरह आपके दिन भर के काम-काज के बारे में हो सकता है या फिर साप्ताहिक कार्यकमों के बारे में। यह आपके कार्यालय के किस्से-कहानियाँ, आपका काम या फिर अपने स्कूल या कॉलेज के दिनों के बारे में भी हो सकता है। यह किसी एक विशिष्ट विषय के बारे में भी हो सकता है जिसमे आपकी रूचि है, जैसे कि प्यार-मोहब्बत, फ़िल्म-संगीत, नाच-गाना, खेल-कूद, यात्रा-जात्रा-पर्यटन, पहन-पोशाक, खान-पान-भोजन-व्यायम, दीन-धर्म, ज़न, ज़ेवर या ज़मीन। कोई भी चीज़ जिसके बारे में आप लिखना चाहते हो। लेकिन वह दिलचस्प होना चाहिए अगर आप चाहते हो कि लोग आपके ब्लॉग को पढ़े और आप दौलत कमाए।

तो तैयार रहे एक दिलचस्प विषय को ब्लॉग करने के लिए अगले हफ्ते जब हम ब्लॉग निर्माण का सबक शुरू करेंगे।

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रुपयों की रैलगाडी

क्रिस कारपेंटर की किताब गूगल कैश, अंग्रेज़ी जाननेवालों के लिए है। यह हिन्दुस्तान के छोटे शहर के नौजवान के लिए नहीं है । गरीबी में पलकर बिना अच्छी शिक्षा पाए, यह नौजवान गूगल कैश को नहीं समझ पाता है।

यह ब्लॉग प्रेयत्न करेगा – माफ़ कीजिये, में जितना हो सकेगा उतना आसान भाषा का इस्तेमाल करूँगा। तो, यह ब्लॉग कोशिश करेगा सबसे आसान भाषा में आपको समझाने का कि आसान से आसान तरीके से पैसे कैसे कमाए जाते हैं।

अब तुम्हे लगेगा कि यह भी एक फालतू वेबसाइट है जो कई और वेबसाइट्स की तरह आपको जल्द अमीर बनाने के दावे कर रहा है। अगर आपको ऐसा लगता है तो ज़रा दूसरे वेबसाइट्स देखना और फर्क जानना। कम से कम एक दर्ज़न वेबसाइट्स देखना और फिर इस वेबसाइट पर लौटना। तुम्हें ईन वेबसाइट्स से एक-दो चीज़ों के बारे में पता चल जाएगा लेकिन पुरी जानकारी नहीं मिलेगी। तुम्हें कभी पता नहीं चलेगा कि क्या करने से तुम्हारे बैंक के खातों में पैसा आएगा।

सारे वेबसाइट्स, जो आपको अमीर बनाने के दावे करते हैं, सिर्फ़ यही कहेंगे कि कैसे एक अमेरिकी आदमी करोड़पति बन गया अपनी नौकरी छोड़कर। कैसे एक मन्हात्तन का मनुष्य लाखों रुपैया कमाता है अद्वोर्ड्स लिखकर। और, कैसे अपने घर से काम करके एक महिला अपने पति से भी ज्यादा कमाती है जो एक बड़े बैंक में काम करता है। जहाँ तक इन वेबसाइट्स का सवाल है, आप इनको कचरा बोल सकते हो और इन्हें सीधे कचरे डब्बे में दाल सकते हो।

अब आप जानना चाहेंगे कि यह वेबसाइट का नाम गूगल कैश क्यों है अगर गूगल कैश कचरा है। जैसे कि पहले ही कहा गया है इस लेख में, गूगल कैश अंग्रेज़ी जाननेवालों के लिए है। गूगल कैश कचरा नहीं है। लेकिन हिन्दुस्तान के कम पढे लिखे लोगों के लिए यह कचरे से ज्यादा और कुछ नहीं है। इस ब्लॉग का पता cash rash है। लेकिन इस का नाम गूगल कैश इसलिए रखा गया है ताकि हिन्दुस्तान के कम पढे-लिखे लोग, जो गूगल कैश की रैलगाडी में सवार होना चाहते हैं, को पता चले कि वह आसानी से ऐसा कर सकते है cash rash के प्लेटफॉर्म से।

तो अपनी सीटें रिज़र्व करलें और तय्यार रहे गूगल गांव की करोड़ों की रैलगाडी में सवार होने के लिए।

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रुपयों की बारिश

बारिश का सुहाना मौसम आ गया है। और बारिश हो रही है। लेकिन, हमेशा की तरह, पानी ही बरस रहा है। हालाँ कि पानी बहुत ही कीमती चीज़ है जिसे बेचकर कई लोग करोड़पति बन गए, लेकिन आम आदमी के लिए यह सिर्फ़ पीने और सफाई के लिए है। अगर रुपया-पैसा बरसकर सड़कों पर सैलाब आ जाता – जैसे कि कुछ दिन पहले इंडोनेशिया में हुआ जब एक लेखक, तेंग दसम वरिन्गिन ने रुपया बरसाया हेलीकॉप्टर से एक जकार्ता के करीबी शेहेर पर अपनी किताब की चर्चा के लिए – तो इस ब्लॉग की ज़रूरत नही पढ़ती ।

लेकिन जब आसमान से पैसे नही बरसते हैं तो हमें कमाना पढता है। और, पैसा कमाने के दो ही तरीके हैं, चाहे कितना ही महान वित्तीय ज्ञानी कितनी ही लम्बी-लम्बी बातें करें आसानी से पैसा कमाने के तरीकों के बारे में। या फिर कुछ भी कहे वह लोग जो ख़ुद सड़कों पर तेज़ धूप और बारिश में खड़े रहकर, लोगों को घर बैठे पैसा कमाने के तरीकों का पर्चा बाँटते हैं । ऐसे लोग आपको भी सड़कों पर खड़ा कर देंगे महलों के ख्वाब दिखाकर।

याद रखें कि पैसे कमाने के सिर्फ़ दो ही तरीके हैं। एक मेहनत से कमाने का तरीका और दूसरा वासना से कमाने का। यही सच्चाई है; एक ज़मीनी हकीकत कि पैसा आसमान से नही बरसता है। यह दो पैसे कमाने के तरीके सदियों से हैं। यह कोई नई चीज़ नही है न कोई बड़ी खोज। बस इतना कि आप को इस बात का अब तक अहसास नहीं हुआ होगा। आगे जैसे आप समझे।

किसी भी चीज़ के बदले में पैसा मिल सकता है, यानि कि आप के पास कुछ होना चाहिए बेचने के लिए। और वह कुछ कोई चीज़ हो सकती है या फिर आप की मजदूरी।

कोई भी चीज़ जो आप बेचना चाहते हों वह अच्छी और खूबसूरत होनी चाहिए जिसके लिए आप को मेहनत करना पड़ेगा – मेहनत उस चीज़ को बनाने में और मेहनत उसे बेचने में। बस इतना याद रखे कि किसी भी काम में मेहनत ही मेहनत है। आसान तरीका गन्दी गली से गुज़रता है।

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