रुपयों की बारिश

बारिश का सुहाना मौसम आ गया है। और बारिश हो रही है। लेकिन, हमेशा की तरह, पानी ही बरस रहा है। हालाँ कि पानी बहुत ही कीमती चीज़ है जिसे बेचकर कई लोग करोड़पति बन गए, लेकिन आम आदमी के लिए यह सिर्फ़ पीने और सफाई के लिए है। अगर रुपया-पैसा बरसकर सड़कों पर सैलाब आ जाता – जैसे कि कुछ दिन पहले इंडोनेशिया में हुआ जब एक लेखक, तेंग दसम वरिन्गिन ने रुपया बरसाया हेलीकॉप्टर से एक जकार्ता के करीबी शेहेर पर अपनी किताब की चर्चा के लिए – तो इस ब्लॉग की ज़रूरत नही पढ़ती ।

लेकिन जब आसमान से पैसे नही बरसते हैं तो हमें कमाना पढता है। और, पैसा कमाने के दो ही तरीके हैं, चाहे कितना ही महान वित्तीय ज्ञानी कितनी ही लम्बी-लम्बी बातें करें आसानी से पैसा कमाने के तरीकों के बारे में। या फिर कुछ भी कहे वह लोग जो ख़ुद सड़कों पर तेज़ धूप और बारिश में खड़े रहकर, लोगों को घर बैठे पैसा कमाने के तरीकों का पर्चा बाँटते हैं । ऐसे लोग आपको भी सड़कों पर खड़ा कर देंगे महलों के ख्वाब दिखाकर।

याद रखें कि पैसे कमाने के सिर्फ़ दो ही तरीके हैं। एक मेहनत से कमाने का तरीका और दूसरा वासना से कमाने का। यही सच्चाई है; एक ज़मीनी हकीकत कि पैसा आसमान से नही बरसता है। यह दो पैसे कमाने के तरीके सदियों से हैं। यह कोई नई चीज़ नही है न कोई बड़ी खोज। बस इतना कि आप को इस बात का अब तक अहसास नहीं हुआ होगा। आगे जैसे आप समझे।

किसी भी चीज़ के बदले में पैसा मिल सकता है, यानि कि आप के पास कुछ होना चाहिए बेचने के लिए। और वह कुछ कोई चीज़ हो सकती है या फिर आप की मजदूरी।

कोई भी चीज़ जो आप बेचना चाहते हों वह अच्छी और खूबसूरत होनी चाहिए जिसके लिए आप को मेहनत करना पड़ेगा – मेहनत उस चीज़ को बनाने में और मेहनत उसे बेचने में। बस इतना याद रखे कि किसी भी काम में मेहनत ही मेहनत है। आसान तरीका गन्दी गली से गुज़रता है।

2 comments:

विवेक रस्तोगी said...

सत्य वचन, लगे रहिये । स्वागत है आपका ।

Unknown said...

very good blog, Aise blog Ki To Hame Jaroorat Thi